Namo Drone Didi Yojana: महिलाओं को टेक्नोलॉजी की उड़ान पर

Namo Drone Didi Yojana भारत में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई सरकारी पहल है। इस योजना के तहत महिलाओं को कृषि कार्यों के लिए ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण और संसाधन दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 मार्च 2024 में इस योजना की शुरुआत की थी। इसका लक्ष्य देशभर के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से 15,000 महिलाओं को ड्रोन चलाना सिखाना है।

योजना के मुख्य उद्देश्य:

  • ग्रामीण महिलाओं का सशक्तीकरण: यह योजना महिलाओं को नए कौशल और अवसर प्रदान करना चाहती है, जिससे वे कृषि क्षेत्र में सक्रिय रूप से भाग ले सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें।

  • कृषि में ड्रोन तकनीक का प्रसार: कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल से कई फायदे होते हैं, जिनमें फसल की निगरानी में सुधार, उर्वरकों और कीटनाशकों का सटीक छिड़काव, और श्रम लागत में कमी शामिल है। महिलाओं को ड्रोन चलाना सिखाकर, यह योजना भारतीय कृषि क्षेत्र में इस उन्नत तकनीक को लाने का लक्ष्य रखती है।

  • सतत कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देना: ड्रोन का उपयोग फसल की सेहत, मिट्टी की नमी और कीटों के प्रकोप के बारे में डेटा इकट्ठा करने के लिए किया जा सकता है। इससे किसानों को टिकाऊ कृषि पद्धतियों के लिए सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

कार्यान्वयन रणनीति:

  • लाभार्थियों की पहचान: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं को इस योजना के लाभार्थी के रूप में चुना जाएगा।

  • प्रशिक्षण और प्रमाणन: चुनी गई महिलाओं को ड्रोन संचालन में व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें फ्लाइट प्लानिंग, सुरक्षा प्रक्रियाएं और डेटा संग्रह जैसे पहलू शामिल होंगे। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर, उन्हें ड्रोन पायलट के रूप में प्रमाण पत्र प्राप्त होगा।

  • ड्रोन प्रावधान और किराये की सेवाएं: सरकार प्रशिक्षित महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध कराएगी। इसके बाद, ये महिलाएं अपने-अपने इलाकों में किसानों को ड्रोन आधारित सेवाएं दे सकती हैं। इससे महिलाओं के लिए आय अर्जित करने के अवसर पैदा होंगे, साथ ही किसानों को भी उन्नत कृषि तकनीक तक पहुंच मिलेगी।

योजना के लाभ:

  • महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण: यह योजना महिलाओं को नए कौशल और अवसर प्रदान करती है, जिससे वे आय अर्जित कर सकती हैं और अपने परिवार की भलाई में योगदान कर सकती हैं।

  • कृषि में उत्पादकता और स्थिरता में वृद्धि: फसल निगरानी, छिड़काव और डेटा संग्रह के लिए ड्रोन के उपयोग से कृषि उत्पादकता बढ़ सकती है, लागत कम हो सकती है और अधिक टिकाऊ कृषि प्रथाओं को अपनाया जा सकता है।

  • ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति: ग्रामीण इलाकों में ड्रोन तकनीक के आने से नवाचार को बढ़ावा मिल सकता है और कृषि क्षेत्र में अन्य उन्नत तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।

  • इस वेबसाइट ले सकते हैं सरकारी स्कीम की जानकारी

कुल मिलाकर, नमो ड्रोन दीदी योजना एक सराहनीय पहल है जिसका लक्ष्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना, कृषि उत्पादकता बढ़ाना और भारत में टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देना है।

LM: